डा. अम्बेडकर ने महिलाओं की गरिमा और समानता को संविधान में बहुत महत्व दिया डाॅ. बी.आर. अम्बेडकर कन्या इण्टर काॅलेज, सुभाष नगर में बाबा साहेब डाॅ. अम्बेडकर की 131 वी जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्धक श्री प्रशान्त कुमार गौतम ने कहा कि डाॅ. अम्बेडकर का पूरा जीवन संघर्ष में जिस समानता आधारित समाज के निर्माण की परिकल्पना थी, उसका पूरा आधार ही स्त्री-मुक्ति था। जाति-धर्म और लिंग आधारित शोषण की समाप्ति डाॅ. अंबेडकर के दर्शन में पूरी तरह महिलाओं की आजादी से ही संभव थी। उन्होंने कहा कि आज भारतीय महिलाओं की जो भी बेहतर स्थिति है उसके मूल में डाॅ. अंबेडकर के कठोर निर्णयों से बने कानून और स्त्रियों को मिले बेशुमार अधिकार हैं।
श्री प्रशान्त कुमार गौतम ने कहा बाबा साहेब ने महिलाओं की गरिमा और समानता को संविधान में बहुत महत्व दिया। संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16, 23, 39, 42, 51 और 243 के अनेक प्रावधानों में महिला सुरक्षा, समानता, बराबरी के अधिकार आदि की व्यवस्था करते हुए यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि स्त्रियां इस देश के सर्वांगीण विकास में पुरुषों की हमकदम बनकर देश को आगे ले जाएं। उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर ने हिंदू कोड बिल पेश करते हुए कहा था, जो अधिकार मैं संविधान के माध्यम से बहुसंख्यक भारतीय महिलाओं को नहीं दे पाया, वे अधिकार इस बिल के माध्यम से हासिल होंगे।
विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रभा सिंह ने इस अवसर पर कहा कि डा. अम्बेडकर के द्वारा महिला उत्थान और राष्ट्रवाद के लिए जो कार्य किये उन्हें भूलाया नहीं जा सकता। बाबा साहेब किसी एक समाज के नेता न होकर सर्व समाज के महापुरूष थे। इस अवसर पर श्रीमती रेनू ने कहा कि डा. अम्बेडकर ने नारी शिक्षा महिलाओं को पढ़ने का अधिकार की खुलकर वकालत की। महिलाओं के अधिकारों की खुलकर पक्ष लिया इसी का परिणाम है कि आज कामकाजी महिलाएं 26 हफ्तों की मैटरनिटी लीव ले सकती हैं। श्रीमती पूनम ने डा. अम्बेडकर के जीवन पर्यान्त किये गये संघर्षों की छात्राओं को जानकारी दी। विद्यालय में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में विषय ‘‘ डा. अम्बेडकर महिलाओं के हकांे के प्रबल पक्षधर थे’’ पर आयोजित प्रतियोगिता में कक्षा 12 की छात्रा महक अंसारी, आयशा, अंशुल, पूनम सैनी, रिया गुप्ता और मुस्कान सहित आधा दर्जन छात्राओं ने ने अपने विचार रखें। प्रबन्धक श्री प्रशान्त कुमार गौतम ने सर्वश्रेष्ठ सात छात्राआंे व दो अध्यापिकाओं को नगद धनराशि देकर पुरस्कृत किया। विद्यालय की कक्षा 12 की छात्रा साक्षी के द्वारा डा. अम्बेडकर के पोस्टर बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं के साथ ही अध्यापिका श्रीमती विनीता पंड़ित, पुष्पा, अनू सैनी, पाॅयल अग्रवाल और दीपमाला शर्मा, आरूषि सिंह आदि ने भाग लिया।

